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बेनजीर हत्याकांड : दो आरोपी दोषी करार, परवेज मुशर्रफ भगोड़ा घोषित


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Thane:

नई दिल्ली: बेनजीरी हत्याकांड में 2 आरोपी दोषी करा दिए गए हैं। वहीं पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित किया गया है। इस्‍लामाबाद में ATC कोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुनाया। कोर्ट ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को दोषी करार दिया है। दोनों आरोपी को 17-17 साल की सजा सुनाई गई है।  वहीं पांच आरोपियों को बरी कर दिया गया। साथ ही परवेज मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित किया गया है। बुधवार को एटीसी जज अशगर अली खान ने सभी आरोपियों पर फैसला सुरक्षित रखा था।

"2008 में शुरू हुई थी जांच"
दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रह चुकी बेनजीर भुट्टो की 27 दिसंबर 2007 में रावलपिंडी में निर्मम हत्या कर दी गई थी। एक दशक बाद आतंकवाद निरोधक कोर्ट ने फैसला सुनाया है। पाकिस्तान आतंकी गुट तहरीक-ए-तालिबान के पांच आतंकियों और दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर फैसला आया है। हालांकि इसमें 2 लोगों को दोषी करार दिया गया है। वहीं पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भगोड़ा घोषित किया गया है। गौरतलब है कि संदिग्धों के खिलाफ जनवरी 2008 में शुरू हुई थी। मुशर्रफ, अजीज तथा शहजाद के खिलाफ सुनवाई फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की नई जांच के बाद 2009 में शुरू की गई। इस अवधि में आठ अलग-अलग न्यायाधीशों ने मामले की सुनवाई की। बेनजीर की हत्या के लिए शुरू में टीटीपी के प्रमुख बैतुल्ला मेहसूद को जिम्मेदार ठहराया गया। मुशर्रफ की सरकार ने मेहसूद की एक अन्य व्यक्ति के साथ बातचीत का टेप जारी किया जिसमें वह हत्या के लिए व्यक्ति को बधाई दे रहा है।
"कौन-कौन है आरोपी"
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ थे। उनपर भी बेनजीर हत्या का आरोप लगा हैं। बेनजीर की हत्या के बाद गिरफ्तार किए गए पांचों संदिग्ध- रफाकत हुसैन, हसनैन गुल, शेर जमान, ऐतजाज शाह और अब्दुल राशिद जेल में हैं। आरोपियों में रावलपिंडी के तत्कालीन पुलिस प्रमुख सऊद अजीज तथा एसएसपी कुर्रम शहजाद भी शामिल हैं। दोनों की ही गिरफ्तारी शुरुआत में हुई थी लेकिन 2011 में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
'कैसे हुई थी हत्या'
पाकिस्‍तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 2007 के दिसंबर महीने में रावलपिंडी में एक चुनाव प्रचार कर रही थी। इसी दौरान बेनजीर की हत्या कर दी गई थी। उनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। लोअर कोर्ट से भ्रष्‍टाचार में दोषी ठहराए जाने के बाद बेनज़ीर ने 1999 में पाकिस्तान छोड़ दिया। वे दुबई में रहने लगी थी। लेकिन बाद में पाकिस्तान की सरकार ने बेनजीर पर लगे आरोपों की जांच में उन्हें निर्दोष पाया। जिसके बाद वे 18 अक्टूबर 2007 में पाकिस्तान वापस आ गई इसके कुछ दिनों बाद 27 दिसंबर 2007 को एक चुनाव रैली के बाद उनकी हत्या कर दी गई।