ठाणे: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इक़बाल कासकर को उसकी बहन हसीना पारकर के घर से गिरफ़्तार कर एन्काउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने डी कंपनी को बड़ा झटका दिया है. इसके लिए 40 पुलिस वालों की टीम बनाई गई थी. सोमवार की रात 9 बजे के करीब जब ठाणे पुलिस की टीम प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में अचानक नागपाड़ा में हसीना पारकर के घर में घुसी तो इक़बाल कासकर बिरयानी खा रहा था और टीवी पर कौन बनेगा करोड़पति देख रहा था. ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने बताया कि इक़बाल को खाना खत्म करने दिया गया फिर उसे पकड़कर ठाणे लाया गया. खास बात है कि ठाणे पुलिस ने मुंबई में दाऊद इब्राहिम के गढ़ में घुसकर उसके छोटे भाई को पकड़ा लेकिन मुंबई पुलिस को भनक तक लगने नही दी. सिर्फ राज्य के डीजीपी को जानकारी दी गई थी. इक़बाल कासकर की गिरफ्तारी जहां अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी के लिए बड़ा झटका है वहीं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा के लिए ये दाग धोने जैसा है. दाऊद का दुश्मन डॉन छोटा राजन प्रदीप शर्मा पर डी कंपनी के लिए काम करने का आरोप लगाता रहा है. अंडरवर्ल्ड से मिलीभगत के आरोपों के चलते प्रदीप शर्मा को पुलिस सेवा से डिसमिस भी कर दिया गया था. लेकिन हमेशा विवादों में रहने वाले प्रदीप शर्मा ने कानूनी लड़ाई लड़कर ना सिर्फ अपनी खाखी वर्दी वापस पाई है. बल्कि भगोड़े दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार कर जोरदार वापसी भी की है. 1983 बैच के एन्काउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने कहा कि इसके पहले भी इससे भी बड़े-बड़े आरोपी पकड़े हैं इसलिए उनके लिए ये बड़ी बात नहीं थी. इक़बाल दाऊद का भाई है इसलिए मीडिया ज्यादा बढ़ा चढ़ाकर दिखा रही है. ये पूछने पर कि दाऊद का दुश्मन छोटा राजन आप पर डी कंपनी का साथ देने का आरोप लगाता रहा है. अंडरवर्ल्ड से मिलीभगत के आरोप में आप डिसमिस भी हुए थे तो इक़बाल की गिरफ्तारी क्या दाग धोने के लिए है? इस पर प्रदीप शर्मा ने बड़े ही सख्त लहजे में पूछा छोटा राजन सुप्रीम कोर्ट है क्या? उसकी बातें पुलिस के लिए मायने नहीं रखती. साढ़े तीन साल खुद जेल में रहे अब उसी जेल में दाऊद इब्राहिम के भाई को भेजा है? सवाल पर शर्मा का जवाब था कि वो जेल में रहे या जेल के बाहर. एक बार कोई पुलिस बन गया तो वो हमेशा पुलिस होता है. जेल में रहते हुए भी मैंने अपराधियों के जरिये मिली सूचनाओं को मुंबई और ठाणे के पुलिस आयुक्तों को दिया. मैं हमेशा अपराध खत्म करने के लिए काम करता हूं. एन्काउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा वर्तमान में ठाणे पुलिस के एंटी एक्सटॉर्शन सेल के सीनियर पीआई हैं. साल 2006 में हुये लखन भैया फर्जी एन्काउंटर मामले में जनवरी 2010 में गिरफ्तार हुए थे. 2013 में सत्र न्यायालय ने बरी कर दिया था. गिरफ्तारी के दौरान ठाणे जेल में रहे. प्रदीप शर्मा के नाम पर कुल 113 एन्काउंटर हैं. लखन भैया मामले में बरी होने के 4 साल बाद फिर से पुलिस सेवा में बहाल हुए और आते ही पहली कार्रवाई डी कंपनी की दहशत खत्म करने का किया. खुद अपने हाथ से ही पकड़कर इक़बाल को घर से बाहर निकाला. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है..